राशि अनुसार धारण करें ये रत्न मिलेगा सबकुछ
राशि के अनुसार राशि रत्न धारण करना बहुत लाभकारी है और इसका चलन वैदिक काल से है लेकिन राशि स्वामी के मित्र ग्रहों के रत्नों को धारण करके हम अपने जीवन की कई परेशानियों और संघर्ष को चुटकी में सही कर सकते हैं और अपने भविष्य को मजबूत कर सकते हैं. आइये जानते हैं आपकी राशि अनुसार कौन से रत्न आप धारण करें और उससे आपको क्या लाभ होगा :
मेष राशि:
राशि चक्र की पहली राशि मेष है और इसका स्वामी ग्रह मंगल है. मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए मेष राशि के जातकों को मूंगा रत्न धारण करना चाहिए।
मेष राशि के जातकों को मूंगा रत्न धारण करने से उनको सभी कामों में सफलता मिलने लगती हैं. उनको प्रयासों का सही फल मिलता है और कंस्ट्रक्शन, होटल, रेस्टोरेंट, भवन निर्माण और इससे सम्बंधित सामान आदि के काम में बहुत अच्छा और सकारात्मक प्रभाव मिलता है.
मेष राशि के वो जातक जो सरकारी नौकरी विशेष का आर्मी, पुलिस या दूसरे बल में नौकरी पाने का प्रयास कर रहे हैं उनको ये रत्न ज़रूर धारण करना चाहिए।
मेष राशि के ऐसे जातक जो नौकरी में तो हैं लेकिन प्रमोशन का इंतज़ार कर रहे हैं, कार्यस्थान में संघर्ष है और सम्मान नहीं है या नौकरी बदलना चाहते हैं लेकिन अच्छा अवसर नहीं मिल रहा है ऐसे मेष राशि के लोग मंगल के परम मित्र ग्रह सूर्य का रत्न माणिक धारण करे इससे लाभ होगा और परिस्थियाँ आपके पक्ष में होंगी और सम्मान तथा प्रमोशन दोनों होंगे. इस परेशानी में बहुत शानदार नतीजों के लिए माणिक और राशि रत्न मूंगा का के लॉकेट बनवा कर धारण करें।
मेष राशि के जातकों को अगर विवाह में रूकावट आ रही है अथवा विवाह के बाद दांपत्य जीवन में संघर्ष है तो आपको पुखराज रत्न धारण करना चाहिए। ऐसी अवस्था में शानदार परिणाम के लिए आप पुखराज और मूंगा का मिश्रित लॉकेट तैयार करवाकर धारण करें। बहुत शीघ्र बहुत शानदार परिणाम प्राप्त होंगे.
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वृषभ राशि :
राशि चक्र की दूसरी राशि वृषभ है और इसका स्वामी ग्रह शुक्र है. शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए वृषभ राशि के जातकों को ओपल रत्न धारण करना चाहिए।
वृषभ राशि के जातकों को ओपल रत्न धारण करने से उनका भाग्योदय होता है. आकर्षण बढ़ता है. ये खुद को खुद समय देते हैं और सजा संवार कर रखते हैं. इस रत्न के प्रभाव से विपरीत लिंग के लोग आपकी और ज़्यादा आकर्षित होते हैं. धन और ऐश्वर्य में कोई कमी नहीं आती है. फैशन और ग्लेमर से सम्बंधित काम करते हैं तो उसमे इस रत्न के प्रभाव से काफी उन्नति होती है. अपने चौतरफा विकास के लिए इस राशि के जातकों को अपना राशि रत्न ओपल ज़रूर धारण करना चाहिए।
वृषभ राशि के जातक जो काम-काज और रूपए पैसे को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, जिनको धन की कमी रहती है वो राशि रत्न ओपल के साथ पन्ना रत्न धारण करें। बुध और शुक्र मित्र ग्रह हैं और इनकी युति धन लक्ष्मी योग बनती हैं. इसके प्रभाव से जातक अपने बौद्धिक कौशल और चतुराई से धन अर्जित करता है और उसे अपने ऐशोआराम में खर्च भी करता है.
वृषभ राशि के वो लोग जिनको ये लगता हैं की उन्हें कर्म का पूरा फल नहीं मिलता है, बहुत प्रयास के बाद भी सरकारी नौकरी में चयन नहीं हुआ है, प्रमोशन रुका हुआ है तो आप नीलम रत्न अवश्य धारण कीजिये. वृषभ राशि के जातकों के लिए नीलम कर्म का फल देने वाला रत्न है. इसके आलावा अगर शत्रु भय है या आपको कोई परेशान कर रहा है तो भी आप नीलम धारण कर राहत प्राप्त कर सकते हैं.
वृषभ राशि के जातक अगर विवाह और प्रेम से सम्बंधित परेशानी का सामना कर रहे हैं, विवाह में अड़चन आ रही है, संबंधों में तनाव बढ़ते जा रहा हो तो आपको ओपल धारण करना चाहिए. ये विवाह के मार्ग खोलेगा, संबंधों में मजबूती आएगी और जीवन को सम्पूर्ण करेगा.
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मिथुन राशि:
मिथुन राशि चक्र की तीसरी राशि है और इसका स्वामी ग्रह बुध है जो कि बुद्धि और युक्ति का कारक है. राशि स्वामी बुध का रत्न पन्ना मिथुन राशि का राशि रत्न है.
इस राशि के जातक भाग्योदय के लिए अपना राशि रत्न धारण कर सकते हैं. इसके अलावा जब इस राशि के जातकों के काम में रूकावट आ रही हो, व्यापार में बंधन लगे या बार-बार किये प्रयासों में भी असफलता ही मिले तो मिथुन राशि के जातक राशि रत्न धारण करें. काम-काज में आ रही परेशानी के लिए पन्ना रत्न बहुत ही अच्छा प्रभाव देता हैं.
मिथुन राशि के जातक अगर वकील हैं, सेल्स का काम करते हैं, पत्रकार, अध्ययन-अध्यापन आदि कामों में है तो इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए पन्ना रत्न धारण करना लाभदायक होगा. ऐसा कोई भी काम जो आप अपनी तार्किक या विचारशील बुद्धि से करें वो सभी बुध ग्रह से सम्बंधित है और आप ऐसा कोई काम करते हैं या करना चाहते हैं तथा आपकी राशि मिथुन है तो आप पन्ना रत्न ज़रूर धारण कीजिये.
इसके अलावा मिथुन राशि के लोग धन प्राप्ति, रुके हुए धन को पाने और माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा के लिए राशि रत्न पन्ना के साथ ओपल रत्न धारण करें. ये दोनों रत्न एक साथ हों तो व्यक्ति अपने कामों के कारन ख्याति भी प्राप्त करता है.
मिथुन राशि के लोग नीलम रत्न भी धारण कर सकते हैं. नीलम के प्रभाव से इनके काम काज में आने वाली अड़चन दूर होती है. ये बिना कारण किसी विवाद में नहीं फंसते और सब लोगों को साथ लेकर चलते हैं.
इस राशि के जातक अगर सरकारी नौकरी की तयारी कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल पा रही है तो भी इनको अपने राशि रत्न पन्ना के साथ नीलम धारण करना चाहिए। इसके प्रभाव से मिथुन राशि के जातकों को उच्च पदों पर नौकरिया मिलती हैं और श्रेष्ठ लोगों के साथ इनका सम्बन्ध बनता है.
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कर्क राशि
कर्क राशि का राशि स्वामी चन्द्रमा है और इस राशि के जातकों का राशि रत्न मोती है. मोती मन की शन्ति और एकाग्रता के लिए पूरी दुनिया में धारण किया जाता है. लेकिन इसके लाभ इससे भी बहुत ज़्यादा है. व्यापार में धन की गति को बनाये रखने के लिए मोती धारण करें तो इससे बहुत लाभ होता है. धन का आवागमन बना रहता है. कर्क राशि के ऐसे लोग जो इस बात से परेशान हैं की उनका कमाया हुआ पैसा नहीं रुकता या कोई उनका पैसा दबा कर बैठ गया है उनको अपना राशि रत्न मोती ज़रूर धारण करना चाहिए।
इसके अलावा कर्क राशि के जातक अगर सरकारी नौकरी की तयारी कर रहे हैं, या राजनीती में अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं या अपने हक़ और स्वाभिमान के लिए उन्हें लड़ना पड़ता है तो आपको माणिक रत्न ज़रूर धारण कर लेना चाहिए। प्रमोशन और नौकरी बदलने की इच्छा हो तो भी माणिक रत्न आपके लिए लाभकारी होगा.
कर्क राशि के लोग जिनके विवाह में रुकावटें आ रही हों, बात होकर बार बार विवाह न हो पा रहा हो उनको मोती के साथ , लाल मूंगा धारण करना चाहिए। इन दोनों रत्नों के सामूहिक प्रभाव से विवाह में आ रही बढ़ाएं दूर होंगी और विवाह ठहरेगा।
पारिवारिक उलझनों में फंसे हैं और तनाव है तो आपको माणिक और मोती एक साथ धारण करने चाहिए। मोती के प्रभाव से तनाव कम होगा तो माणिक आपके मान सम्मान को बढ़ाएगा. जिसका सबसे अच्छा प्रभाव आपके काम काज में पड़ेगा.
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सिंह राशि:
सिंह राशि का राशि स्वामी ग्रहराज सूर्य है और इनका राशि रत्न रत्नराज माणिक है. राशि रत्न माणिक सिंह राशि के जातकों के लिए सम्मान देने वाला, मान प्रतिष्ठा बढ़ने वाला, उच्च स्थान पर ले जाने वाला, स्वास्थ्य में बेहतर करने वाला और भाग्य को जगाने वाला रत्न है. सभी सिंह राशि के जातकों को ये रत्न अवश्य धारण करना चाहिए।
इसके साथ ही अगर सिंह राशि के जातकों को सरकारी नौकरी में अड़चनें आ रही हैं, या कारोबार में कानूनी अड़चन है तो माणिक और लाल मूंगा की अंगूठी या लॉकेट धारण करना आपके लिए लाभकारी होगा। कोर्ट, कचहरी और जमीन आदि के मामले में फंसे हैं और इससे छुटकारा चाहते है तो आपको मूंगा धारण करना चाहिए।
सिंह राशि के जातकों को अगर विवाह में परेशानी आ रही है, प्रेम जीवन में खिचाव है और वैवाहिक जीवन में परेशानी बनी रहती है तो पुखराज धारण करना आपके लिए सबसे उत्तम है. इसके अलावा घर में अगर शुभ कार्यों में बार बार रूकावट आ रही हो तो भी पुखराज रत्न धारण किया जाता है. सिंह राशि की महिलाएं मान सम्मान प्राप्त करने और घर में अपना रुतबा बनाये रखने के लिए इस रत्न को धारण करें।
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कन्या राशि:
कन्या राशि चक्र की छठीं राशि है और इसका स्वामी ग्रह बुध है जो कि बुद्धि और युक्ति का कारक है. राशि स्वामी बुध का रत्न पन्ना कन्या राशि का राशि रत्न है.
इस राशि के जातक भाग्योदय के लिए अपना राशि रत्न धारण कर सकते हैं. इसके अलावा जब इस राशि के जातकों के काम में रूकावट आ रही हो, व्यापार में बंधन लगे या बार-बार किये प्रयासों में भी असफलता ही मिले तो कन्या राशि के जातक राशि रत्न धारण करें. काम-काज में आ रही परेशानी भी इस रत्न के प्रभाव से दूर होगी।
कन्या राशि के जातक अगर वकील हैं, सेल्स का काम करते हैं, पत्रकार, अध्ययन-अध्यापन आदि कामों में है तो इसमें बेहतर प्रदर्शन चाहते हैं तो पन्ना रत्न धारण करना लाभदायक होगा. ऐसा कोई भी काम जो तार्किक या विचारशील बुद्धि से करते हैं वो सभी बुध ग्रह से सम्बंधित है. आप ऐसा कोई काम करते हैं या करना चाहते हैं और आपकी राशि कन्या है तो आप पन्ना रत्न ज़रूर धारण कीजिये.
इसके अलावा कन्या राशि के लोग धन प्राप्ति, रुके हुए धन को पाने और माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा के लिए राशि रत्न पन्ना के साथ ओपल रत्न धारण करें. ये दोनों रत्न एक साथ हों तो व्यक्ति अपने कामों के कारण ख्याति भी प्राप्त करता है.
कन्या राशि के लोग नीलम रत्न भी धारण कर सकते हैं. नीलम के प्रभाव से इनके काम काज में आने वाली अड़चन दूर होती है. ये बिना कारण किसी विवाद में नहीं फंसते और सब लोगों को साथ लेकर चलते हैं.
इस राशि के जातक अगर सरकारी नौकरी की तयारी कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल पा रही है तो भी इनको अपने राशि रत्न पन्ना के साथ नीलम धारण करें। इसके प्रभाव से मिथुन राशि के जातकों को उच्च पदों पर नौकरियां मिलती हैं और श्रेष्ठ लोगों के साथ इनका सम्बन्ध बनता है.
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तुला राशि:
राशि चक्र की सातवीं राशि तुला है और इसका स्वामी ग्रह शुक्र है. शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए तुला राशि के जातकों को ओपल रत्न धारण करना चाहिए।
तुला राशि के जातकों को ओपल रत्न धारण करने से उनका भाग्योदय होता है. आकर्षण बढ़ता है. ये खुद को खुद समय देते हैं और सजा संवार कर रखते हैं. इस रत्न के प्रभाव से विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर ज़्यादा आकर्षित होते हैं. धन और ऐश्वर्य में कोई कमी नहीं आती है. फैशन और ग्लेमर से सम्बंधित काम करते हैं तो उसमे इस रत्न के प्रभाव से काफी उन्नति होती है. अपने चौतरफा विकास के लिए इस राशि के जातकों को अपना राशि रत्न ओपल ज़रूर धारण करना चाहिए।
तुला राशि के जातक जो काम-काज और रूपए पैसे को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, जिनको धन की कमी रहती है वो राशि रत्न ओपल के साथ पन्ना रत्न धारण करें। बुध और शुक्र मित्र ग्रह हैं और इनकी युति धन लक्ष्मी योग बनती हैं. इसके प्रभाव से जातक अपने बौद्धिक कौशल और चतुराई से धन अर्जित करता है और उसे अपने ऐशोआराम में खर्च भी करता है.
तुला राशि के वो लोग जिनको ये लगता हैं की उन्हें कर्म का पूरा फल नहीं मिलता है, बहुत प्रयास के बाद भी सरकारी नौकरी में चयन नहीं हुआ है, प्रमोशन रुका हुआ है तो आप नीलम रत्न अवश्य धारण कीजिये. वृषभ राशि के जातकों के लिए नीलम कर्म का फल देने वाला रत्न है. इसके आलावा अगर शत्रु भय है या आपको कोई परेशान कर रहा है तो भी आप नीलम धारण कर राहत प्राप्त कर सकते हैं.
तुला राशि के जातक अगर विवाह और प्रेम से सम्बंधित परेशानी का सामना कर रहे हैं, विवाह में अड़चन आ रही है, संबंधों में तनाव बढ़ते जा रहा हो तो आपको ओपल धारण करना चाहिए. ये विवाह के मार्ग खोलेगा, संबंधों में मजबूती आएगी और जीवन को सम्पूर्ण करेगा.
ओरिजिनल रत्न प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
वृश्चिक राशि
राशि चक्र की आठवीं राशि वृश्चिक है और इसका स्वामी ग्रह मंगल है. मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए वृश्चिक राशि के जातकों को मूंगा रत्न धारण करना चाहिए।
वृश्चिक राशि के जातकों को मूंगा रत्न धारण करने से उनको सभी कामों में सफलता मिलने लगती हैं. उनको प्रयासों का सही फल मिलता है और कंस्ट्रक्शन, होटल, रेस्टोरेंट, भवन निर्माण और इससे सम्बंधित सामान आदि के काम में बहुत अच्छा और सकारात्मक प्रभाव मिलता है.
वृश्चिक राशि के वो जातक जो सरकारी नौकरी विशेष का आर्मी, पुलिस या दूसरे बल में नौकरी पाने का प्रयास कर रहे हैं उनको ये रत्न ज़रूर धारण करना चाहिए।
वृश्चिक राशि के ऐसे जातक जो नौकरी में तो हैं लेकिन प्रमोशन का इंतज़ार कर रहे हैं, कार्यस्थान में संघर्ष है और सम्मान नहीं है या नौकरी बदलना चाहते हैं लेकिन अच्छा अवसर नहीं मिल रहा है ऐसे वृश्चिक राशि के लोग मंगल के परम मित्र ग्रह सूर्य का रत्न माणिक धारण करे इससे लाभ होगा और परिस्थियाँ आपके पक्ष में होंगी और सम्मान तथा प्रमोशन दोनों होंगे. इस परेशानी में बहुत शानदार नतीजों के लिए माणिक और राशि रत्न मूंगा का के लॉकेट बनवा कर धारण करें।
वृश्चिक राशि के जातकों को अगर विवाह में रूकावट आ रही है अथवा विवाह के बाद दांपत्य जीवन में संघर्ष है तो आपको पुखराज रत्न धारण करना चाहिए। ऐसी अवस्था में शानदार परिणाम के लिए आप पुखराज और मूंगा का मिश्रित लॉकेट तैयार करवाकर धारण करें। बहुत शीघ्र बहुत शानदार परिणाम प्राप्त होंगे.
ओरिजिनल रत्न प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
धनु राशि:
धनु राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति होता है और इस राशि का राशि रत्न पुखराज है. धनु राशि के लिए पुखराज भाग्योदय का रत्न है. इस राशि के वो जातक जिनका विवाह रुका हो, इसमें बाधाएं हों अथवा विवाह के बाद वैवाहिक सुख में कमी हो और शांति न हो तो भी आपको पुखराज ही धारण करना चाहिए।
धनु राशि के जातक व्यापार के विस्तार के लिए भी पुखराज धारण करें। अगर सामाजिक कार्यों में लगे हैं और इसमें कुछ बेहतर करना चाहते हैं तो पुखराज धारण करें।
जमीन, कोर्ट, सड़क, मकान और वाहन से जुड़े काम हों जिनमे परेशानी आ रही हो या इनमें आप ज़्यादा लाभ चाहते हैं तो आप पुखराज के साथ मूंगा रत्न धारण कीजिये. ये बहुत ही प्रभावशाली होगा। धनु राशि के जातक अगर क़र्ज़ की समस्या से जूझ रहे हों तो मूंगा धारण करने से उनको राहत मिलेगी साथ ही धन आगमन के नए मार्ग भी बनेंगे।
इससे अलग माणिक धारण करने से सरकारी नौकरी, प्रमोशन, राजनीती में वर्चस्व और निडरता आती है. पुखराज के साथ माणिक धारण करने से राजनैतिक जीवन में सम्मान और उच्च पद दोनों प्राप्त होते हैं.
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मकर राशि
मकर राशि का स्वामी शनि होता है. कर्म का फल देने वाला ये ग्रह आपका राशि स्वामी है और इसे प्रसन्न रखने के लिए आपको आपका राशि रत्न नीलम धारण करना चाहिए।
बहुत मेहनत करते हैं और आपको फल नहीं मिलता है, कामों में बहुत रूकावट आती है, अंतिम समय में जाकर काम रुक जाता हैं जिससे सम्मान और पैसे दोनों की हानि होती है तो आप नीलम रत्न धारण करें. इसके प्रभाव से ना तो आपके हक़ का कोई ले सकेगा और ना ही कभी आपकी मेहनत बर्बाद होगी। मकर राशि वालों को नीलम रत्न अवश्य धारण करना चाहिए.
मकर राशि वाले जीवन में बहुत संघर्ष करते हैं और आपको आसानी से कुछ भी नहीं मिलता, लेकिन अगर आप हीरा या ओपल धारण करते हैं तो आपका संघर्ष बहुत हद तक कम होता है. आप बड़े मकान वाहन आदि के शौक को पूरा पाते हैं. मकर राशि वाले जब शुक्र ग्रह का रत्न धारण करते हैं तो उन्हें माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है.
मकर राशि के वो जातक जो विवाह में आ रही बाधाओं से परेशान हैं या शादी के बाद विवाह सुख में कमी का अनुभव कर रहे हैं उनको भी शुक्र का रत्न हीरा या ओपल धारण करना चाहिए।
पन्ना रत्न भी मकर राशि वालों के लिए बहुत की काम का होता है. पढाई में आ रही परेशानी में, देश से दूर विदेश में नौकरी करना चाहते हैं तो और यहाँ अपने व्यापर को पंख देना चाहते हैं तो आपको पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। पन्ना बुध का रत्न होती है ये आपके सोचने समझने और फैसले लेने की क्षमता में अतुलनीय विकास करता है जिससे आप नित नए लक्ष्य को हांसिल करते हैं.
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कुम्भ राशि
कुम्भ राशि का स्वामी शनि होता है. कर्म का फल देने वाला ये ग्रह आपका राशि स्वामी है और इसे प्रसन्न रखने के लिए आपको आपका राशि रत्न नीलम धारण करना चाहिए।
बहुत मेहनत करते हैं और आपको फल नहीं मिलता है, कामों में बहुत रूकावट आती है, अंतिम समय में जाकर काम रुक जाता हैं जिससे सम्मान और पैसे दोनों की हानि होती है तो आप नीलम रत्न धारण करें. इसके प्रभाव से ना तो आपके हक़ का कोई ले सकेगा और ना ही कभी आपकी मेहनत बर्बाद होगी। कुम्भ राशि वालों को नीलम रत्न अवश्य धारण करना चाहिए.
कुम्भ राशि वाले जीवन में बहुत संघर्ष करते हैं और आपको आसानी से कुछ भी नहीं मिलता, लेकिन अगर आप हीरा या ओपल धारण करते हैं तो आपका संघर्ष बहुत हद तक कम होता है. आप बड़े मकान वाहन आदि के शौक को पूरा पाते हैं. कुम्भ राशि वाले जब शुक्र ग्रह का रत्न धारण करते हैं तो उन्हें माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है.
कुम्भ राशि के वो जातक जो विवाह में आ रही बाधाओं से परेशान हैं या शादी के बाद विवाह सुख में कमी का अनुभव कर रहे हैं उनको भी शुक्र का रत्न हीरा या ओपल धारण करना चाहिए।
पन्ना रत्न भी कुम्भ राशि वालों के लिए बहुत की काम का होता है. पढाई में आ रही परेशानी में, देश से दूर विदेश में नौकरी करना चाहते हैं तो और यहाँ अपने व्यापर को पंख देना चाहते हैं तो आपको पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। पन्ना बुध का रत्न होती है ये आपके सोचने समझने और फैसले लेने की क्षमता में अतुलनीय विकास करता है जिससे आप नित नए लक्ष्य को हांसिल करते हैं.
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मीन राशि
मीन राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति होता है और इस राशि का राशि रत्न पुखराज है. मीन राशि के लिए पुखराज भाग्योदय का रत्न है. इस राशि के वो जातक जिनका विवाह रुका हो, इसमें बाधाएं हों अथवा विवाह के बाद वैवाहिक सुख में कमी हो और शांति न हो तो भी आपको पुखराज ही धारण करना चाहिए।
मीन राशि के जातक व्यापार के विस्तार के लिए भी पुखराज धारण करें। अगर सामाजिक कार्यों में लगे हैं और इसमें कुछ बेहतर करना चाहते हैं तो पुखराज धारण करें।
जमीन, कोर्ट, सड़क, मकान और वाहन से जुड़े काम हों जिनमे परेशानी आ रही हो या इनमें आप ज़्यादा लाभ चाहते हैं तो आप पुखराज के साथ मूंगा रत्न धारण कीजिये. ये बहुत ही प्रभावशाली होगा। मीन राशि के जातक अगर क़र्ज़ की समस्या से जूझ रहे हों तो मूंगा धारण करने से उनको राहत मिलेगी साथ ही धन आगमन के नए मार्ग भी बनेंगे।
इससे अलग माणिक धारण करने से सरकारी नौकरी, प्रमोशन, राजनीती में वर्चस्व और निडरता आती है. पुखराज के साथ माणिक धारण करने से राजनैतिक जीवन में सम्मान और उच्च पद दोनों प्राप्त होते हैं.