बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव आपको कर सकते हैं तबाह, इन 6 लक्षणों से करें तुरंत पहचान
बुध वैसे तो शुभ ग्रह है और मानव की बुद्धी का कारक होता है। ये अगर अच्छा फल दे रहा हो तो व्यक्ति चतुर, बुद्धिमान, दूरदर्शी होता है वास्तव में ऐसे लोग या तो किंग होते हैं या किंगमेकर। लेकिन यदि कुंडली में बुध शुभ फल देने की स्थिति में न हो तो यह व्यक्ति के लिए कई परेशानियां भी खड़ी कर देता है।
आइए जानते हैं बुध के अशुभता के लक्षण:
- व्यक्ति की समझ बहुत कम होती है। इनकी तर्क शक्ति न के बराबर होती है।
- ये मामूली सी बातें भी बहुत जल्दी भूल जाते हैं। गणित और तार्किक विषयों से इन्हें परहेज हो जाता है।
- ये योजनाएं बनाने और उस पर काम करने पर विश्वास नहीं रखते या किसी भी तरह की प्लानिंग इनसे हो ही नहीं पाती। सरल भाषा में कहें तो इनमें दूरदर्शिता नहीं होती।
- लोगों को अपनी बात समझाने में यह हमेशा असहज महसूस करते हैं। इसमें कभी सफल भी नहीं होते।
- धैर्यवान नहीं होते हैं, हर काम को बहुत जल्दी में करते हैं। किसी भी काम को अगर कुछ लोगों के सामने करना हो तो इनसे गड़बड़ जरूर होती है।
- बहुत जल्दी दूसरों की बातों में आ जाते हैं। ये दूसरों से इतना प्रभावित हो जाते हैं कि इनसे इनका पसंदीदा खाना, रंग आदि पूछने पर भी दृढ़ता से उसका जवाब नहीं दे पाते। वास्तव में बुध कमजोर होने के कारण इनकी कोई पसंद होती ही नही है, जो दूसरे कह दें ये उसी में खुश हो जाते हैं।
जिस व्यक्ति का बुध कमजोर होता है वह वैचारिक रूप से कभी आत्मनिर्भर नहीं रह पाता। वह कितने भी पैसे कमा लें किसी भी पद पर पहुंच जाएं लेकिन कभी भी स्वतंत्र रूप से अपने निर्णय नहीं ले सकता। इस अवस्था में कई बार आत्म सम्मान को भी चोट लगती है।
ऐसी अवस्था में ज्योतिष अनुसार आपको निम्न उपाय करने चाहिए:
- बुध का रत्न पन्ना धारण कीजिए। पन्ना बुध के प्रभाव को सही करेगा।
- बुध का रंग हरा है तो उसके अच्छे प्रभाव के लिए हरा रंग अपने आस पास रखिए। पौधे लगाइए और जितना हो सके अपने आस पास हरियाली रखिए।
- बुधवार के दिन 8 साल से कम उम्र की कन्याओं को हरे रंग का कपड़ा दान दें।
- बुधवार के दिन सूर्य अस्त होने से पहले गाय को हरा चारा खिलाएं।
- चार मुखी रुद्राक्ष भी बुध के उपाय स्वरूप ग्रहण किया जा सकता है। यह उपाय सावन में किया जाए तो इसके लाभ कई गुना ज्यादा होकर मिलते हैं।
बुध के लिए वेदिक मंत्र है
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
बुध का तांत्रित मंत्र है
ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः!
बुध का पौराणिक मंत्र
प्रियंगुकलिकाश्यामं रुपेणाप्रतिमं बुधम। सौम्यं सौम्यगुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम ।।
अनुभवी ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाने के लिए यहां क्लिक करें।
बुध ग्रह का रत्न पन्ना (Emerald) प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
बुध ग्रह का उपरत्न ओनेक्स (Onyx) प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
बुध ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए चार मुखी रुद्राक्ष प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।