कुंडली में अगर चंद्रमा सही नहीं है तो ऐसी होंगी आपकी परेशानियां, 9 लक्षण
सूर्य के बाद चंद्रमा दूसरा महत्वपूर्ण ग्रह है। यह हमारे सबसे पास का ग्रह है और हमारे मन का कारक कहा गया है। अगर चंद्रमा कुंडली में सही न हो तो व्यक्ति स्वयं ही खुद को बर्बाद कर लेता है।
ग्रह शीतल है और शुभ है तो इस ग्रह का रत्न मोती आम तौर पर कोई भी धारण कर लेता है। कर्क राशि के लिए यह राशि रत्न होता है और कोई भी राशि वाला व्यक्ति इसे धारण कर सकता है। मोती धारण करने के कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं मिलते।
आइए जानते हैं कि कुंडली विश्लेषण के बिना कैसे पता चलेगा कि चंद्रमा कमजोर है और अशुभ फल दे रहा है:
- जिस व्यक्ति का चंद्रमा अच्छे फल नहीं देता है उसका मन हमेशा चिंतित रहता है।
- ऐसे लोग मानसिक रूप से कमजोर होते हैं और बहुत बार इनको मानसिक रोग भी हो जाते हैं।
- इन लोगों को माता का सुख नहीं मिलता। अन्य स्त्रियों से भी इन्हें धोखा मिलता है। स्त्रियों से इन्हें किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिलता है।
- ऐसे व्यक्तियों को नींद भी सही से नहीं आती, यह कई बार नींद में चौकते हैं और उठ जाते हैं।
- ठंड इन्हें परेशान करती है, आए दिन सर्दी जुखाम होता रहता है।
- ये लोग एकांकी होते हैं। हमेशा नकारात्मक बातें ही करते हैं और किसी भी तरह के नए प्रयास करने से डरते हैं।
- जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उनके हाथ से धन भी बहुत तेजी से खर्च होता है और इन्हें पता भी नहीं होता कि खर्च कहां हुआ।
- पूर्णिमा और अमावस्या के समय व्यक्ति को ज्यादा डर, घबराहट और चिडचिडेपन की शिकायत रहती है।
- छोटी से छोटी बात भी ऐसे लोगों के लिए तनाव का कारण बन जाती है। ये बिना बात ही खुद को तनाव में रखते हैं जिसका इन्हें बहुत नुकसान होता है।
चंद्रमा ज्योतिष में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है। इसका प्रभाव ऐसा होता है जैसा किसी घर में माता का प्रभाव होता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा खराब है तो वह नहीं बल्कि पूरा परिवार इससे परेशान रहता है। आइए देखें कुछ उपाय:
- चंद्रमा के शुभ फल प्राप्त करने के लिए भगवान शिव की उपासना सबसे ज्यादा प्रभावशाली है।
- इसके अलावा चंद्रमा का रत्न मोती भी धारण किया जाता है जिससे चंद्रदेव के शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- चंद्रमा के शुभ प्रभावों को प्राप्त करने के लिए आपको पूर्णिका का व्रत भी बहुत अच्छे फल देगा।
चंद्रमा के लिए वेदिक मंत्र है
ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं।
चंद्रमा का तात्रिक मंत्र है
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
चंद्रमा का पौराणिक मंत्र
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
अनुभवी ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाने के लिए यहां क्लिक करें।
चंद्रमा का रत्न मोती (Pearl) प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
चंद्रमा का उपरत्न चंद्रमणि (Moon Stone) प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
चंद्रमा के शुभ प्रभाव के लिए दो मुखी रुद्राक्ष प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।