Sulemani Hakik Stone: सबसे पॉवरफुल रत्न जिसे विदेशी भी धारण करते हैं
Sulemani Hakik II Sulemani Hakik Gemstone Original Certified with Lab Report & Guarantee Certificate I Natural Hakik II Agate Stone II Original Sulemani Hakik Price II सुलेमानी हकीक स्टोन
क्या है इस रत्न की शक्ति
आज अगर देश विदेश में Sulemani Hakik Stone की चर्चा है तो उसका केवल एक ही कारण हो सकता है और वो है इसका शक्तिशाली प्रभाव। भारत देश में इस रत्न को शनि, राहू और केतु से संबंधित माना जाता है। इस रत्न को इन ग्रहों के दुष्प्रभावों से छुटकारा पाने के लिए भी धारण किया जाता है।
विदेशों में इसे Agate कहा जाता है और वहां इस रत्न को मानसिक तनाव दूर करने के लिए खूब धारण किया जाता है।
इस रत्न के चमत्कारिक लाभ के विषय में नीचे विस्तार से लिखा गया है लेकिन यहां इसके बारे में कुछ सामान्य बाते जान लेते हैं:
परिचय
यह कहना गलत नहीं होगा कि Sulemani Hakik रत्न सदियों से मानव जीवन को सुधार और संवार रहा है। यहां हम इस सुंदर रत्न की सुंदरता ही नहीं बल्कि इसकी जादुई हीलिंग गुणों की बात कर रहे हैं। वेदिक ज्योतिष में सदियों से इस रत्न को धारण करने की चर्चा मिलती है। इस रत्न को कुछ जगहों पर सुलेमानी अगेट के नाम से भी जाना जाता है। सारणी बद्ध स्वरूप में इस रत्न का एक सामान्य परिचय नीचे दिया जा रहा है।
Information | Description |
Chemical composition | Silicon dioxide (SiO2) |
Color | Black, Milky white to light brown |
Hardness | 7 on the Mohs scale |
Luster | Waxy to vitreous |
Transparency | Opaque to translucent |
Origin | India, Yemen, Brazil, Uruguay |
Astrological Belief | All 12 Zodiacs can use this Stone. |
Healing properties | Believed to relieve stress, anxiety, and depression. Also said to aid in digestion, circulation, and respiratory problems. |
Jewelry applications | Sulemani hakik is commonly used in rings, pendants, and bracelets. It can be worn alone or paired with other gemstones. |
.
Sulemani Hakik की उत्पत्ति
पुरानी कहानियों की मानें तो इजराइल के राजा सोलोमन ने इस रत्न को धारण किया और उन्हें इससे इतना फायदा हुआ कि वो इस रत्न के बारे में सभी को बताने लगे। इस कारण से आगे चलकर इस रत्न का नाम उन्हीं के नाम पर Sulemani Hakik पड़ गया।
यह रत्न भारत के गुजरात प्रांत के खंबात नामक शहर में पाया जाता है। इसके अलावा ये 4 अन्य देशों में भी पाया जाता है। ये देश हैं यमन, ब्राजील और उरुग्वे। भारत में और यमन में पाया जाने वाला सुलेमानी हकीक सबसे बेहतर माना जाता है।
अगर Sulemani Hakik के रंग की बात करें तो ये बहुत की Unique होता है। सामान्य रूप से काला, सफेद और ग्रे रंग का होता है लेकिन इसमें धारीनुमा पैटर्न होते हैं जो इस रत्न को दूसरे रत्नों से अलग बनाते हैं। इसके ऊपर दिखने वाले पैटर्न आकर्षक और सुंदर तो होते ही है साथ ही Unique भी होते हैं क्योंकि एक ही पैटर्न के दो रत्न मिलना बहुत ही मुश्किल है।
विदेशों में लोग इसे Unique Jewelry के तौर पर भी बहुत पसंद करते हैं।
आध्यात्मिक लाभ
Sulemani Hakik धारण करने से कई लाभ होते हैं जिसे हमारे पूर्वजों ने समझा तभी इस रत्न का नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज हुआ। यहां बात करते हैं सुलेमानी हकीक से होने वाले आध्यत्मिक लाभ की:
सुरक्षा
Sulemani Hakik धारण करने के बाद यह आपके लिए किसी सुरक्षा दीवार के जैसा ही है। ये रत्न बुरी नजर से बचाता है, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, किए कराए और जादू टोने से व्यक्ति को सुरक्षित रखता है। अगर किसी ने सुलेमानी हकीक रत्न धारण किया हुआ है तो ऐसा माना जाता है कि कोई भी बुरी शक्ति ऐसे व्यक्ति को छू भी नहीं सकती है।
मानसिक शांति
यह रत्न धारण करने वाले व्यक्ति को भीतर से शुद्ध और शांत करता है। यह भीतर की सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बहुत बड़ा देता है जिससे मानसिक शांति, आतंरिक खुशी प्राप्त होती है और तनाव से मुक्ति मिलती है।
ग्राउंडिंग एनर्जी
Sulemani Hakik रत्न अपने अंदर पृथ्वी की अलौकिक शक्तियों को छुपाए हुए है। ऐसे लोग इस रत्न को धारण करना बहुत पसंद करते हैं जो प्रकृति के साथ स्वयं को जोड़ कर रखना चाहते हैं। वर्तमान में भारत में इस पर ज्यादा चर्चा नहीं होती है लेकिन विदेशों में Grounding energy से खुद को जोड़ कर रखना एक बहुत प्रभावशाली आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिससे व्यक्ति स्वयं को ज्यादा स्थिर, संतुलित और दुनिया से जुड़ा हुआ महसूस करता है। Sulemani Hakik धारण करने से इस प्रक्रिया में बहुत मदद मिलती है।
हीलिंग की शक्ति
Healing शब्द पश्चिमी देशों में मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे रत्न जो मानसिक शांति दे, जिनसे स्वास्थ्य लाभ हो और जो आध्यात्मिक रूप से व्यक्ति को लाभ दे उन्हें हीलिंग रत्न कहा जाता है। क्येांकि Sulemani Hakik में ये सब शक्तियां हैं इसलिए यह बहुत प्रसिद्ध Healing Stone माना जाता है।
आध्यात्मिक शक्ति
Sulemani Hakik की पावर व्यक्ति को मानसिक रूप से स्थिर बनाती है जिस कारण से वह आध्यात्म की राह पर आसानी से आगे बढ़ पाता है। यह आध्यात्मिक प्रक्रिया को बेहतर करने में आपकी सहायता करता है, आपको Aura ज्यादा आकर्षक और पॉवरफल होता है। यह व्यक्ति को अपने अत:करण से जोड़ता है और अधिक सचेत रखता है।
ज्योतिषीय लाभ
Sulemani Hakik के ज्योतिषीय लाभ भी बहुत है जिसके कारण इसे भारत के ज्योतिषियों द्वारा धारण करने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष में इस रत्न का क्या स्थान है ये निम्न बिन्दुओं के माध्यम से समझिए:
संबंधित ग्रह
वेदिक ज्योतिष में Sulemani Hakik को शनि, राहू और केतु ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाला रत्न माना गया है। अत: इन ग्रहों की शुभ स्थिति न होने पर इनके दुष्प्रभाव से बचने के लिए और शुभ स्थिति में होने पर इनका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है।
इन उपायों से कभी नाराज नहीं होंगे शनिदेव
कर्ज मुक्ति का उपाय
यह रत्न कर्ज मुक्ति के लिए भी धारण किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसको धारण करने के बाद इसके शुभ प्रभावों के स्वरूप बेवजह होने वाले खर्चों में कमी आती है और आमदनी में सुधार होता है जिससे धारक जल्द से जल्द अपने कर्ज से मुक्ति प्राप्त करता है।
नजरदोष से बचाव
Sulemani Hakik विशेष रूप से काले रंग का Sulemani Hakik नजरदोष से बचाता है। इसे धारण करने या काम के स्थान पर रखने से व्यक्ति नजर दोष से मुक्त रहता है। यह छोटे बच्चों को भी खूब धारण करवाया जाता है।
अच्छी सेहत
जानकर हैरानी होगी कि इस रत्न के विषय में ऐसा माना जाता है कि यह बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। यदि आप किसी भी तरह के स्वास्थ्य समस्या से गुजर रहे हें तो अपनी दवाओं को डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें साथ ही इस रत्न को भी धारण करें तो आपके जल्द स्वास्थ्य होने की संभावना काफी प्रबल हो जाती है।
Sulemani Hakik का प्रयोग
जिस प्रकार रत्न के प्रभाव है उसी प्रकार इसको इस्तेमाल करने के भी कई तरीके हैं:
ज्वेलरी के रूप में:
Sulemani Hakik को अंगूठी, पेंडेंट या फिर ब्रसलेट के रूप में धारण किया जा सकता है। इसके दानों की माला भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर है। यह सुंदर तो होती है साथ ही प्रभावशाली भी बहुत होती है।
डेकोरेशन की तरह:
इस रत्न का Aura बहुत पॉजिटिव होता है इसलिए जिस स्थान पर आप मेडिटेशन करते हैं या जहां आप रहते हैं उन जगहों पर इसके थोड़े बड़े टुकड़े को रखने से आस पास का माहौल सकारात्मक रहता है। जो लोग अधिक तनाव में रहते हों और नीद न आती हो वो अगर इस रत्न को सिरहाने की ओर रखेंगे तो काफी अच्छा प्रभाव मिलेगा।
नजर उतारने के लिए:
अगर कोई नजर दोष से पीडित हो और जल्द से जल्द इससे बाहर निकलना चाहता हो वों इस रत्न को अपने सिर से 7 बार उतार कर किसी बहते पानी में प्रवाहित कर दें या जमीन पर दबा दे तो नजर दोष में बहुत जल्द ही आराम मिलने लगता है।
Sulemani Hakik की देखरेख
किसी भी वस्तु से लाभ लेना चाहते हैं तो उसका ध्यान रखना भी बहुत जरूरी होता है। इसलिए यहां कुछ टिप्स दे रहे हैं जो सुलेमानी हकीक धारण करने के बाद आपको जानना चाहिए।
- धूल, मिट्टी और पसीना जैसी चीजों को इस पर जमने ना दे। कुछ दिनों में साफ पानी और हल्के ब्रश से इसको साफ कर लें।
- कैमिकल आदि के कॉन्टेक्ट में इसे न आने दें।
- यह रत्न है जोकि ठोकर लगने या गिरने के बाद टूट सकता है। टूटने के बाद यह रत्न प्रभावहीन हो जाता है इसलिए इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि यह टूटे नहीं।
ज्योतिष अनुसार धारण करने की विधि
वेदिक ज्योतिष के अनुसार इस रत्न को सोमवार या शनिवार में से किसी एक दिन सुबह सूर्योदय से पहले या शाम को सूर्यास्त के बाद ही धारण करना चाहिए।
धारण करने से पहले साफ जल, गंगाजल या पंचामृत से इसे शुद्ध कर लें और फिर जिस भी इच्छा से इसे धारण कर रहे हो उसे मन में बार-बार दोहराते हुए इसे धारण करें।
जैसा कि उपर बताया हुआ है धारण करने के बाद समय-समय पर इस रत्न की सफाई करें। इससे यह प्रभावशाली बना रहता है।
इसको धारण करने के बाद बार-बार उतारे नहीं, बस इस बात का ध्यान रखें कि ये आपका ही हिस्सा है जैसे ये आपके साथ यदि अशुद्ध होगा तो आपके साथ ही शुद्ध भी हो जाएगा।
कहां से प्राप्त करें
सुलेमानी हकीक रत्न बहुत अधिक मात्रा में Online Websites में उपलब्ध है। लेकिन आपको ऐसे संस्थान से लेना है जहां आपको यह अभिमंत्रित होकर लैब टेस्ट सर्टिफिकेट के साथ उपलब्ध हो। Online में Astroblog.in और Jyotishasha.com ऐसी ही दो वेबसाइट हैं जहां सर्टिफाइड सुलेमानी हकीक प्राप्त होता है और इसके Reviews माकेंट में बहुत अच्छे भी हैं।
सुलेमानी हकीक की कीमत
आप सोच रहे होंगे जिस रत्न के इतने लाभ हैं, जो रत्न देश-दुनिया में धारण किया जाता हो, जिसे ज्योतिष से लेकर हीलिंग थेरेपी में इस्तेमाल किया जाता हो उसकी कीमत भी बहुत अधिक होगी। लेकिन ऐसा नही है इस रत्न की कीमत 100 रू प्रति कैरेट से भी कम है जिसका अर्थ ये हुआ कि अगर आप इसकी अंगूठी या लॉकेट बनवा कर धारण करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए ज्यादा से ज्यादा 900 या 1000 रू ही खर्च करने होंगे।
नीचे कुछ लिंक हैं जहां से आप इस रत्न को प्राप्त कर सकते हैं।
सुलेमानी हकीक माला, पेंडेंट और अन्य वस्तुएं
निष्कर्ष
इन सब बातों से यह पता चलता है कि सुलेमानी हकीक रत्न का महत्व पूरे संसार में हैं। जैसे भारतीय लोग इस रत्न को वेदिक ज्योतिष के अनुसार पूरी श्रृद्धा से धारण करते हैं उसी प्रकार पश्चिमी देशों में हीलिंग थेरेपी में इस रत्न का बहुत इस्तेमाल होता है। यह रत्न सदियों से लोगों का सच्चा मित्र बना हुआ है और अच्छे बुरे समय में उन्हें सकारात्मक ऊर्जा देता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों:
(प्र.) हकीक रत्न किसे धारण करना चाहिए?
इस रत्न को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है। अगर आर्थिक परेशानी हो, नकारात्मक विचार अधिक आते हों, शनि राहू और केतु की महादशा-अंतरदशा हो या फिर आप Grounding energy का लाभ लेना चाहते हों तो इस रत्न को अवश्य धारण करें।
(प्र.) मैं अपने सुलेमानी हकीक पत्थर की देखभाल कैसे करूँ?
यह रत्न वैसे तो मजबूत होता है लेकिन फिर भी इस बात का ध्यान रखें कि इसमें कोई खरोंच न हो और न ही यह किसी भी प्रकार से खंडित हो। इसके अलावा अंगूठी अथवा पेंडेंट में धूल न जमी हो जिसे सुनिश्चित करने के लिए इसे 15 से 20 दिन में एक बार हल्के ब्रश से साफ करें।
(प्र.) मुझे सुलेमानी हकीक पत्थर कहां से खरीदना चाहिए?
इसे केवल उससे खरीदें जहां यह लैब से प्रमाणित मिलती हो और अभिमंत्रित हो। इसे अमेजन ओर फिल्पकार्ट जैसी वेबसाइट से लेने की सलाह नहीं देते क्योंकि वहां कम से कम कीमत पर उपलब्ध कराने के कॉम्पटीशन में बिना लैब टेस्ट सर्टिफिकेशन के और बिना अभिमंत्रित किए आपको दिया जाता है और आपको यह भी नहीं पता होता कि आपको पहुंचाने वाला कौन है और उनका ऑफिस कहां है।
(Q.) सुलेमानी पत्थर कहाँ पाया जाता है?
यमन और भारत में यह रत्न बहुतायत पाया जाता है। इसके अलावा दूसरे कई देशों में इस रत्न की खदानें हैं। लेकिन सबसे अच्छी क्वालिटी का सुलेमानी हकीक इन्हीं दो देशों में होता है जिस कारण से देश विदेश में यहां के सुलेमानी हकीक की मांग बहुत है।
(प्र.) सुलेमानी पत्थर कैसे धारण करें?
अगर ज्योतिषीय रूप से देखें तो इस रत्न को शनिवार के दिन अथवा सोमवार के दिन शीघ्र प्रात:काल या फिर सूर्यास्त के बाद रात को धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले इसे साफ पानी, गंगाजल अथवा पंचामृत से साफ कर लें।