मूँगा रत्न कौन कैसे और कब धारण करें, सम्पूर्ण जानकारी

मूँगा रत्न कौन कैसे और कब धारण करें, सम्पूर्ण जानकारी

मूँगा मंगल ग्रह का मुख्य रत्न है। ये मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव को अत्यधिक करता है और नकारात्मक प्रभाव को ख़त्म करता है। मूँगा रत्न उन जातकों के लिए भी लाभकारी होता है जिनकी कुंडली में मंगल शुभफल देने की स्थिति में हो या शुभ स्थान का स्वामी हो या योगकारक हो। जिनकी कुंडली में मंगल उच्च स्थान में हो या रुचिका योग बना रहा हो उनके लिए भी ये बहुत लाभकारी होता है। 

इतना ही नही अगर आप शनिदेव की साढ़ेसाती से परेशान हैं तो भी आपको मूँगा धारण करना चाहिए क्यूँकि शनि मंगल की मूल त्रिकोण राशि (मेष) में नीचस्थ होता है जबकि मंगल शनि की राशि (मकर) में उच्च का होता है। तो इस प्रकार ये रत्न शनि की साढ़ेसाती में बहुत अच्छा और शुभ फल देता है। 

कौन धारण करे मूँगा: 

जैसा की ऊपर बताया की जिनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती या ढ़ैया चल रही हो उन्हें भी मूँगा रत्न धारण करना चाहिए। इससे शनि देव शांत होते हैं।

फ़ौज, पुलिस, सैन्य बल, अर्ध सैनिक बल, जेल, भूमि, कृषि, भवन, हथियार या औज़ार, ऑपरेशन, रोमांच से भरे काम, ऊर्जा और शक्ति, अग्नि और कारख़ानों से समबंधित काम में हैं या जाना चाहते हैं तो आपको मूँगा ज़रूर धारण करना चाहिए। 

ये आपके नेतृत्व के गुण का ही विकास करता है इसलिए अगर आप किसी छोटी टुकड़ी आदि का नेतृत्व करते हैं तो भी आपके लिए मंगल का ये रत्न बहुत लाभकारी होता है। 

इसके अलावा अगर आप दिल, फेफडे, रक्त, मांसपेशियाँ, सर्जरी आदि से जूझ रहे हैं तो आपको भी मूँगा रत्न धारण करना चाहिए। इससे आपको बहुत लाभ होगा। 

कैसे धारण करें: 

कम से कम 5 रत्ती मूँगा सोना, ताम्बा या मिश्रित धातु में जड़वाकर अपने हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए। इसे धारण करने के लिए आपको मंगलवार के दिन प्रातःकाल का समय सबसे उत्तम समझना चाहिए। इसके अलावा अगर आप इसे मंगल के नक्षत्र में रविवार, मंगलवार या सोमवार के दिन भी धारण करेंगे तो आपको अच्छे फल मिलेंगे। मूँगा बहुत महँगा नही होता इसलिए इसके उपरत्न लोग नही धारण करते। 

लेकिन फिर भी अगर आप इसका उपरत्न धारण करना चाहते हैं तो लाल हक़ीक या यमनी हक़ीक धारण कर सकते हैं। लेकिन हक़ीक कम से कम 10 रत्ती या उससे ज़्यादा होना चाहिए तब ही ये आपको सही फल दे सकेगा। 

सावधानियाँ: 

लाल मूँगा के साथ कभी भी पन्ना, हीरा, नीलम, गोमेद और लहसुनिया नही धारण करनी चाहिए। 

ये आपके रक्त की गति को तेज़ करता है आपमें ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है इसलिए अगर आप क्रोध के आवेश में हैं, आपको तेज़ बुखार है, झगड़ालू हैं और तीव्र यौन इच्छा रखते हैं तो आपको मूँगा नही धारण करना चाहिए। 

मूँगा उनको भी नही धारण करना चाहिए जिनकी कुंडली में मंगल दोष हो। इसके अलावा मंगल नीच हो, अस्त हो या मारक हो तो भी मूँगा धारण करने से परहेज़ ही करनी चाहिए। 

बाज़ार में मूँगा: 

मूँगा सबसे ज़्यादा इटली का प्रचलित है। ये सामान्य रूप से 500 रु रत्ती में उपलब्ध हो जाता है लेकिन अपनी सुंदरता, वज़न और उपलब्धता के अनुसार इसकी क़ीमत 2000 रु प्रति रत्ती तक जा सकती है। 

इसके अलावा जापान से आने वाला मूँगा भी प्रचलन में है लेकिन बहुत ज़्यादा क़ीमत होने के कारण ज़्यादा प्रचलन में नही है। 

ऊर्जित, धारण करने योग्य मूँगा प्राप्त करने के लिए इसे आप 9118877495 पर सम्पर्क करके प्राप्त कर सकते हैं।