अचानक धन और सुख देने वाला रत्न है गोमेद
वैदिक ज्योतिष में राहु छाया ग्रह कहा गया है. इसका अर्थ है कि ये अपना प्रभाव तो देता हैं लेकिन किसी भी चीज में अपना अधिपत्य नहीं स्वीकार करता. इसका प्रभाव भी इस बात पर निर्भर करता है कि ये किस ग्रह के प्रभाव में है. क्यूंकि ये एक छद्म ग्रह है इसलिए इसके प्रभाव में अक्सर व्यक्ति बहुत ऊँची ऊँची बातें करता है, इनको सब काम आसान लगता है, ये हवाई पुल बनाते हैं और अपने साथ दूसरों को भी खतरे में डालते हैं.
शुभ ग्रह के संपर्क में तो ये हर प्रकार से आपका सहयोग करेगा। जहाँ से आपको उम्मीद न हो वहां से भी आपको लाभ होगा, जुआं, सत्ता जैसी जगहों से जल्दी और ज्यादा पैसा मिलता है लेकिन सावधान रहें ये आपको नशे और जुएं जैसी लत में भी ले जाता है. जिससे जितना जल्दी पैसा आपके पास आता है उससे भी जल्दी आपके पास से धन चला जाता है.
कौन धारण करे गोमेद:
यदि आपको लगता है की आप अपने आप को नशे और जुएं जैसी लत से बचा सकते हैं तो आप गोमेद धारण कर सकते हैं.
अगर आप छोटी संस्थाओं में अधिकारी हैं, दवा या नशीले पदार्थों का काम है, गैर क़ानूनी काम करते हैं, सर्कस में हैं तो आपको गोमेध धारण करना चाहिए।
ऐसे डॉक्टर जो जल्द से जल्द तरक्की करना चाहते हैं वो भी इस रत्न को धारण करें। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए भी गोमेद लाभकारी होता है.
सावधानियां:
ये प्रभावशाली रत्न है और ये दुर्घटना और लड़ाई भी करवा सकता हैं इसलिए इसको धारण करने से पहले एक बार सलाह ज़रूर ले लें.
इससे धन प्राप्त तो होता है लेकिन दोगुनी गति से समाप्त भी हो जाता है. इसलिए गोमेद धारण करने के बाद आत्म नियंत्रण बहुत ज़रूरी है.
गोमेद धारण करने से पहले देख लें की ये कहीं से टूटा हुआ तो नहीं है इसके अलावा ये भी सुनिश्चित करें की ये किसी का धारण किया हुआ तो नहीं है.
गोमेद रत्न को माणिक, मोती, मूंगा और पुखराज के साथ नहीं धारण करना चाहिए।
गोमेद के प्रकार और कीमत:
गोमेद तीन प्रकार का होता है पहला भारीतय गोमेद जो देखने में गाढ़े काले रंग का होता है और कीमत 300 रु प्रति कैरेट में अच्छा प्राप्त हो जाता है. दूसरा अफ्रीकन गोमेद होता है जो सामान्य गौमूत्र के रंग का होता हैं और 300 रु प्रति कैरेट से शुरू होता है और 1000 रूपए प्रति कैरेट तक आता है. तीसरा प्रकार है श्री लंकन गोमेद ये सबसे सुन्दर और प्रभावशैली माना जाता है. ये 700 रु प्रति कैरेट होता है और 2500 रु प्रति कैरेट तक आता है.
धारण करने की विधि:
गोमेद कम से कम 5 रत्ती का धारण करना चाहिए। इसे चांदी की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। सामान्य रूप से इसे बाएं हाथ में धारण करते हैं. इसे शनिवार और सोमवार के दिन धारण किया जाता है. इसे धारण करने के लिए सूर्योदय का समय सबसे उत्तम होता है. मन में अच्छा भाव रख कर इसे धारण करें जिससे ये राहु के सकारात्मक फलों को आपको दे सके.
अभिमंत्रित गोमेद प्राप्त करने के लिए आप 9118877495 पर संपर्क कर सकते हैं.