गणेश रुद्राक्ष: जब चमत्कारिक रूप से रुद्राक्ष में दर्शन देते हैं गणपति

गणेश रुद्राक्ष: जब चमत्कारिक रूप से रुद्राक्ष में दर्शन देते हैं गणपति

गौरी शंकर रुद्राक्ष में जैसे भगवान शिव और माँ पार्वती ने अवतरण किया है वैसे ही गणेश रुद्राक्ष में प्रथम पूजनीय श्री गणेश प्रकट हुए हैं. ये रुद्राक्ष सामान्य रुद्राक्ष जैसा ही होता है लेकिन इसमें एक जगह से सूँड जैसा आकर निकला रहता है. 

इस रुद्राक्ष का स्वरुप देखकर ही मन अपार श्रद्धा से भर जाता है. इसको देख कर ऐसा लगता है मनो गणेश भगवान रुद्राक्ष के इस दाने में समा गए हों. 

भारतीय बाजार में इस रुद्राक्ष की कीमत 2100 रु है. 

ज्योतिषीय महत्व : 

इस रुद्राक्ष का किसी ग्रह से कोई सम्बन्ध तो वैदिक ज्योतिष में नहीं बताया गया है लेकिन विघ्नहर्ता श्री गणेश की कृपा हो तो व्यक्ति ग्रहों के अशुभ प्रभाव से सुरक्षित रहता है. गणेश रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है जब कोई व्यक्ति गले तक क़र्ज़ में हो, कुछ नया शुरू करने जा रहा हो और इन सब से सम्बंधित कोई उपाय कुंडली में ना मिल रहा हो.

लाभ:

क़र्ज़ मुक्ति के लिए गणेश रुद्राक्ष धारण किया जाये और गणेश भगवान का ऋण मोचन स्त्रोत पढ़ा जाये तो आय के मार्ग बनते हैं और क़र्ज़ मुक्ति सम्भव हो पाती है. 

राहु-केतु के दुष्प्रभाव में जब दूसरे सभी उपाय ना काम करें तो भी इस रुद्राक्ष को धारण करने या इसके पूजन दर्शन से इस ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है. 

बच्चों में बौद्धिक दक्षता के लिए भी इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है. ये बहुत ही प्रभावशाली उपाय है. 

धारण विधि 

सोमवार या बुधवार के दिन इस रुद्राक्ष को धारण करना शुभ माना जाता है. इसे हरे या लाल धागे में धारण करते हैं. सोने के या चांदी के पेंडेंट में जड़वाकर इस सोने-चांदी की चैन में भी पहना जा सकता है. इसको गणेश भगवन के बीज मंत्र का उच्चारण करते हुए या भगवान गणेश की कोई स्तुति गाते हुए धारण करें। 

इसे प्राप्त करने के लिए आप 9118877495 पर संपर्क करें।