ख़राब बृहस्पति के लक्षण और उपाय 

ख़राब बृहस्पति के लक्षण और उपाय 

बृहस्पति सभी ग्रहों में विशाल और शुभ फल देने वाले हैं। इनका शुभ प्रभाव हो तो व्यक्ति ख़ूब धर्म-कर्म के काम करता है और मानव सेवा में ही अपना समय व्यतीत करता है। ऐसे लोग समाज में प्रतिष्ठित और सम्मानित रहते हैं। 

लेकिन क्या होता है अगर बृहस्पति के शुभ फल ना मिल रहे हों ?

आप बुरी संगत का शिकार हो जाते हैं। आप किसी का भरोसा नही जीत पाते हैं। जिससे व्यापार काम और सम्मान तीनो का नुक़सान होता है। 

अगर बिना किसी कारण से आपके शरीर का वज़न बढ़ने लगे तो भी आपको किसी अनुभवी ज्योतिष से बृहस्पति ग्रह की स्थिति का विश्लेषण और उपाय करना चाहिए। बहुत सम्भव है की आपके बढ़ते वज़न का कारण गुरु की स्थिति या फल हो। 

लेकिन इन सबसे अलग गुरु के अशुभ फल उन युवतियों और बालिकाओं के लिए अभिशाप बन जाता है जो अपने विवाह का इंतज़ार कर रही हैं। सभी शुभ कार्यों के देवता बृहस्पति लड़कियों के विवाह के कारक होते हैं और अगर विवाह की उम्र में ये सही स्थिति में ना हों तो ऐसे में विवाह टलता है और बहुत प्रयासों के बाद भी ये शुभ कार्य नही हो पता है। 

इसका विश्लेषण करने के लिए हाथ की रेखाओं और कुंडली में से किसी एक का अध्ययन किया जाता है। कुंडली विश्लेषण के लिए 9118877495 पर सम्पर्क करें।

सबसे पहले हाथ की रेखाओं की बात करें तो आपके हाथ में तर्जनी अंगुली के नीचे का हिस्सा गुरु पर्वत कहलाता है। यहाँ कोई काला धब्बा ना हो, कोई अशुभ चिन्ह जैसे मोती गाढ़ी रेखाओं से कट का निशान आदि ना हो। यदि ऐसा कुछ है तो आपको गुरु बृहस्पति के उपाय करने चाहिए। 

कुंडली में ये देखना होता है कि सप्तम भाव से किसी तरह से गुरु बृहस्पति कोई सम्बंध बना रहे हैं या नही। इसके अलावा सप्तम भाव के स्वामी ग्रह कौन से हैं और वो स्वयं कहाँ विराजमान हैं ऐसा अध्ययन करके देखा जाता है। यह पता करना आसान हो जाता है कि विवाह में किस ग्रह के कारण बाधाएँ आ रही हैं। इसके बाद उपाए किए जाएँ तो ये समस्या समाप्त होती है। 

इसलिए अक्सर बालिकाओं को सलाह दी जाती है कि वे गुरुवार का व्रत रहे और पीले वस्त्र आदि धारण करे। 

अगर विवाह में परेशनियाँ आ रही हैं तो आपको सलाह है कि कुंडली का विश्लेषण कराया जाए और समय से उपाय करके शुभ फल प्राप्त किया जाए। 

बृहस्पति ग्रह से समबंधित कुछ बहुत ही प्रभावशाली उपाय:

  • पुखराज रत्न गुरु का सबसे प्रभावशाली उपाय है। 
  • टोपैज़ या सुनहला भी गुरु बृहस्पति के उपाय हैं, ये क़ीमत में पुखराज से कम होते हैं लेकिन प्रभाव में ये पुखराज जैसे ही हैं। इसलिए इनको बहुत लोग धारण करते हैं। 
  • हल्दी की माला में जप तथा अभिमंत्रित हल्दी माला को धारण करने से भी गुरु बृहस्पति के शुभ प्रभाव मिलते हैं। 
  • उगते सूरज के दर्शन से भी गुरु की दशा में मिलने वाले शुभ फलों में वृद्धि होती है। 

किसी भी प्रकार की ज्योतिषीय सहायता या रत्न आदि की जानकारी के लिए हमसे सम्पर्क करें। सम्पर्क: 9118877495