क्या राहु दोष के कारण आप असफल हैं, इन लक्षणों से कीजिए पहचान और फिर उपाए
कोई भी ग्रह केवल अच्छा या केवल बुरा प्रभाव नहीं देता है लेकिन फिर भी राहु ग्रह बदनाम है क्यूँकि इसके प्रभाव का पता व्यक्ति को जब चलता है तब तक वह अपना सबकुछ अपने हाथों ही बर्बाद कर चुका होती है। इन लक्षणों को ध्यान में रख कर आप राहु ग्रह के अशुभ प्रभावों की जल्द से जल्द पहचान कर सकते हैं और उनके उपाए कर सकते हैं:
- राहु की स्थिति जैसे ही आपकी कुंडली में बिगड़ती है आपको मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। क्रोध जल्दी आता है और आप बात बात पर रीऐक्ट करने लगते हैं।
- मानसिक तनाव का बढ़ना भी राहु के अशुभ फल की एक पहचान होती है। आप ज़्यादा ही विचारों में खोए रहते हैं जिसका सीधा प्रभाव आपके काम काज और घरेलू जीवन पर पड़ता है।
- राहु की स्थिति अगर ख़राब हो या ख़राब गोचर हो तो आपका शराब नशे आदि की ओर रुझान अपने आप बढ़ने लगता है। आप बहुत तेज़ी से धन प्राप्त करना चाहने लगते हैं जिस कारण से आप अपना नुक़सान करवा लेते हैं।
- आप अनैतिक तरीक़े से चीज़ों को पाने की कोशिश करते हैं और दिन प्रति दिन आपका नैतिक पतन होने लगता है। जो बातें आपको कभी ख़राब लगती थीं वो अब आप ख़ुद करते हैं।
- राहु आपको थकान देता है, थकान इतनी अधिक होती है की व्यक्ति बीमार सा महसूस करता है। राहु द्वारा शरीर में आइ बीमारी की कोई पड़ताल भी नहीं होती। ऐसे व्यक्ति की सभी मेडिकल रिपोर्ट सामान्य आती हैं। ऐसे में सामान्य से राहु के उपाए काम आ जाते हैं।
- राहु नशे की आदत देता है, बीमारी भी देता है और सट्टे की आदत भी दे देता है ऐसे में धन की हानि बहुत तेज़ होती है और जातक क़र्ज़ के बोझ में दब जाता है।
- राहु के कारण व्यक्ति को बदनामी उठानी पड़ती है। कितनी भी मेहनत करें या समाज सेवा अंत में बदनामी ही मिलती है तो ये राहु के कारण ही है।
राहु शांति के लिए करें ये अचूक उपाए, राहु शांति में प्रभावशाली
- राहु शांति के लिए भगवान शिव की उपासना से बहुत लाभ मिलता है।
- अपने आस पास सफ़ाई रखें और ख़ुद को भी साफ सुथरा रखें तो राहु आपको परेशान नहीं करते बल्कि कुछ देकर ही जाते हैं।
- राहु अचानक धन प्राप्ति का स्रोत देते हैं इसलिए राहु के शुभ प्रभाव के लिए गोमेद (किसी कुशल ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर) अवश्य धारण करना चाहिए।
- चावल दान करें और चावल का ही भोग लगाए, इसके अलावा बीमार जानवरों की सेवा करें तो राहु के शुभ फल प्राप्त होते हैं।
- बहुत हद तक राहु के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए पन्ना धारण करना भी असरकारक माना गया है। इससे सोचने समझने की ताक़त आती है जो कि राहु के कारण एकदम ख़त्म हो जाती है।
- इसके अलावा बहुत अच्छा होगा अगर आप किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य को अपनी कुंडली या हाथ दिखाएँ और उनकी सलाह के अनुसार परामर्श लें।
राहु के लिए वेदिक मंत्र है
ऊँ ऎं ह्रीं राहवे नम:
राहु का तांत्रित मंत्र है
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
राहु का मंत्र
ॐ नमो अर्हते भगवते श्रीमते नेमि तीर्थंकराय सर्वाण्हयक्ष कुष्मांडीयक्षी सहिताय ॐ आं क्रौं ह्रीं ह्र: राहुमहाग्रह मम दुष्टग्रह, रोग कष्ट निवारणं सर्व शान्तिं च कुरू कुरू हूं फट्।।
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